योग्य संस्थागत खरीददार (Qualified Institutional Buyers – QIB)
योग्य संस्थागत खरीददार (QIB) भारतीय वित्तीय बाजार में एक महत्वपूर्ण समूह हैं जो बड़े और प्रोफेशनल निवेशकों को concept करते हैं। इनमें विभिन्न वित्तीय संस्थान शामिल होते हैं जो विभिन्न प्रकार के निवेशों में शामिल होते हैं जैसे कि वित्तीय उद्योग, वित्तीय संस्थान, बैंक, वित्तीय निवेशकों के फंड, और पेंशन निधियाँ।
योग्य संस्थागत खरीददारों ( QIB) की परिभाषा:
योग्य संस्थागत खरीददार (QIB) का अर्थ होता है वे व्यक्ति या संस्थान जो निम्नलिखित होते हैं:
– वित्तीय वित्तीय संस्थान
– सामाजिक संस्थान
– पेंशन निधि
– बैंक
– वित्तीय निवेशकों के फंड
– वित्तीय उद्योग
योग्य संस्थागत खरीददारों के प्रकार:
– महत्वपूर्ण फंड:
ये फंड विभिन्न निवेशों में निवेश करते हैं और अक्सर बड़े धन और वित्तीय उन्मूलन क्षमताओं (Elimination Abilities) के साथ आते हैं।
– वित्तीय संस्थान (Financial Institution):
वित्तीय संस्थान जैसे कि बैंक, निवेश बैंक, और वित्तीय संस्थान भी QIBs के रूप में शामिल हो सकते हैं।
– पेंशन निधि (Pension Fund):
ये फंड्स को लंबे समय के निवेश करने के लिए जानी जाती हैं और अक्सर बड़े निवेशों में मिली हुई होती हैं।
योग्य संस्थागत खरीददारों के पारिस्थितिकी:
– विशेषताएँ:
योग्य संस्थागत खरीददार (QIBs) की विशेषता यह है कि उन्हें बाजार में निवेश करने के लिए योग्य माना जाता है।
– निवेश क्षमता:
ये QIB बड़े निवेश करने के लिए सक्षम होते हैं और विभिन्न प्रकारों में निवेश कर सकते हैं।
– वित्तीय उन्मूलन क्षमता (Financial Leverage):
इनमें क्षमताओं की अधिक स्तर की समझ होती है जिससे वे बड़े और कठिन निवेश कार्य समझ सकते हैं।
QIB का उपयोग:
QIB का उपयोग मुख्य रूप से वित्तीय सूचकांकों (Financial Indices) के रूप में किया जाता है जैसे कि स्टॉक मार्केट और Financial Entry प्राप्त करने के लिए उद्योग।